तेरे साथ हुआ जीवन आज फूलों के रंगों में
मन आज नाचे गोया सागर बीच तरंगों में
यौवन आ रहा आज देखो फिर से उमंगों में
भावनाएं उड़ रही हैं आज गगन बीच पतंगों में
मेरे गीतों में तुम फिर से आज आई हो
साथ तुम आज नयी फिर से महक लायी हो
मेरे अंतस की तुम बनी आज परछाईं हो
मेरे हर शब्द में तुम ही तुम समाई हो......
---आनंद सावरण ---